Monday, December 16, 2013

मैराथन में भागने के दौरान फेसबुक के लिए नही ली पिक्चर; एयरटेल ने किया ब्लैकलिस्टेड

दिल्ली में जहाँ कल हर व्यक्ति ऐरेटेल दिल्ली हाफ मैराथन के बाद फेसबुक पे अपनी नयी पिक्चर लगा रहा था वहाँ पे कुछ लोग ऐसे भी थे जो सिर्फ सेहत को सही रखने के लिए दौड़ रहे थे।

पता चला है कि कुछ लोगो ने मैराथन के दौरान एक भी पिक्चर ना  ही ली और ना ही  फेसबुक पे  डाली तो एयरटेल ने ये निर्णय लिया ऐसे लोगो को अगली मैराथन से ब्लैकलिस्टेड किया जाये।
आज एक तरफ तो खबर आयी कि फेसबुक पे लोग इतनी पिक्चर डाल रहे थे कि फेसबुक का Server क्रैश होने से बच गया वहीँ दूसरी तरफ दिल्ली के पंजाबी भाग के रमेश कुमार का कहना है कि हम लोग तो सेहत को सही रखने के लिए दौड़े थे पर जब 4 घंटे तक भागने के बाद हमने अपनी मैराथन समाप्त की और मेडल मांगा तो एयरटेल वालो ने हमसे हमारी नयी फेसबुक पिक्चर मांगी जो हमने भागने के दौरान या  मैराथन समाप्त कर के ली हों।
कुछ लोग हमसे  विक्टरी का V सिंबल वाली पिक्चर मांगने लग गए। अब हम पहली बार दौड़े थे तो हमें मैराथन के  कायदे कानून का अंदाजा नही था। मुझे ये अंदाजा ही नही था कि मैराथन समाप्त करने के बाद विक्टरी का V सिंबल बनके पिक्चर लेना एवं फेसबुक पे डालना अनिवार्य है।
परन्तु एयरटेल वाले इस घटना से काफी दुखी थे उनका कहना था कि भागने के दौरान पिक्चर लेना तोह स्वाभाविक है। लोग इसलिए ही तो मैराथन में हिस्सा लेते हैं। एयरटेल के लोग  इस कद्र रमेश से नाराज़ थे कि उन्होंने रमेश को अगली मैराथन से भी ये कहते हुए ब्लैकलिस्टेड कर दिया कि अगर ऐसे हर कोई सिर्फ सेहत के लिए दौड़ने लग गया तो लोग फेसबुक  के लिए  नई डिसप्ले पिक्चर कहाँ से लायेंगे।
रमेश को तब और ज्यादा दुःख हुआ जब घर पहुँच के उनकी पत्नी ने भी उनसे अपनी मैराथन में खिची हुई नयी पिक्चर मांगी। 4 घंटे भागने के बाद जब वो घर पहुंचे तो उन्हें खाने को सिर्फ और सिर्फ गलियां ही मिली। मैराथॉन में डिसप्ले पिक्चर लेना इतना बवाल बन जायेगा  ये तो कभी रमेश ने सपने में भी नही सोचा था।

Sunday, December 8, 2013

इंजीनियरिंग कॉलेज में रात को 10 बजे सोने पर डीन ने छात्र को सेमेस्टर से निकाला


वैसे तो आजकल इंजीनियरिंग कॉलेज अपने छात्रों को मिलने वाली सैलरी के लिए प्रसिद्ध हो रहें हैं पर इनके बीच में कुछ कॉलेज ऐसे भी जो  प्रसिद्ध तो हो रहें हैं परन्तु कुछ और कारणों से।

फरीदाबाद के 1000 गज़ में फैले वहाँ के सर्वश्रेठ कॉलेज  “गुड्डू इंजीनियरिंग कॉलेज “ में बीती रात कॉलेज के छात्र अक्षय को सिर्फ इस कारण से कॉलेज के एक सेमेस्टर से  निकाल दिया गया क्यों कि वो रात को 10 बजे सो गया था।
कॉलेज प्रशासन का कहना है कि इंजीनियरिंग में आके आप का ये मूलभूत कर्त्तव्य है कि आप रात को  2 बजे से पहले नही सो सकते। 2 बजे से पहले सोना ये दर्शाता है कि आप अपने इंजीनियरिंग लाइफ के प्रति सीरियस नही हो। रात को काउंटर स्ट्राइक खेले बिना सोना ये साफ़ संकेत दे रहा है कि आपका ध्यान आजकल इंजीनियरिंग जीवन पे हैं ही नही।
दूसरी तरफ अक्षय ने सफाई देते हुए कहा कि वो पढाई करते हुए इतना थक गया था कि कब नींद आ गई उसे पता भी नही चला। उसका कहना है कि वो प्रतिदिन रात को 2 – 3 बजे से पहले नही सोता परन्तु उस दिन वो 23 घंटे पढ़कर थक गया था इसलिए उसको नींद आ गई।
कॉलेज प्रशासन अक्षय के इस जवाब से सन्तुष्ट नहीं हैं और प्रशासन ने अक्षय के पिता जी को भी नोटिस भेजते हुए लिखा है कि अक्षय कॉलेज के नियमों का उल्लंघन करते हुए पकड़ा गया हैं इसलिए कॉलेज प्रशासन उससे एक सेमेस्टर के लिए कॉलेज से निकाल रही हैं। कॉलेज ने यहाँ तक लिख दिया कि अगली बार अगर कोई विद्यार्थी कॉलेज में 2 बजे से पहले सोता हुआ मिला तो उसको सेमेस्टर से ही नहीं बल्कि कॉलेज से ही निकाल दिया जायेगा।
कुछ बच्चे जो हमेशा कॉलेज में टॉप करते हैं वो इसका विरोध कर रहे हैं और कह रहे हैं कि कभी कभी लोग रात को अकेले गेम खेलके,पढाई करके  एवम “अन्य प्रकार के कर्म” कर के थक जाते हैं तो नींद आना स्वाभाविक है तो कम से कम महीने में 4 दिन की छूट दी जाये।
हमारे संवाददाता से बात करते हुए अक्षय के दोस्त कुमार ने बताया कि कभी कभी A + लाने के लिए वो 2 -3 दिन तक नही सोता तो नींद आ जाती है अपने आप, परन्तु कॉलेज प्रशासन ने अपने निर्णय में छूट देने से साफ़ इंकार कर दिया है।
हमारे संवाददाता से बात करते हुए कॉलेज के डीन ने भी ये साफ़ कर दिया है कि जरुरत पड़ी तो बच्चों  को रात को मुफ्त में मूवीज,गेम एवं अन्य प्रकार की  सुविधाये दी जाएँगी परन्तु नियमो में छूट देने का सवाल ही नही उठता। उनका कहना हैं कि वो ये कदम इसलिए उठा रहे हैं ताकि  कॉलेज का और यहाँ के बच्चों का नाम न ख़राब हो,ये कहते हुए उन्होंने हमारा फ़ोन काट दिया और कहा कि 10 बज गये हैं और उनका सोने का समय हो गया हैं।

Wednesday, December 4, 2013

Vote for Change,Vote for Hope

I don't know which party will win this election but I think definitely Aam Janta will win this election for sure.

If AAP win 17-20 seats (what i can see from exit polls) then next time these corrupt parties will never underestimate the power of a common man.

Now Loksabha Elections are coming so i am sure that BJP will be having a pressure of doing something Good for people otherwise Janta who can say bye bye to one big party today can also say bye bye to another big party tomorrow..

Next time,not only they have to fight on the issues related to Aam aadmi (like development,corruption free country,Employment and Inflation) but also they have to show their work.

I am assuming this election will show these parties whatever Arnab Goswami says that "The Nation is Angry and The Nation wants to Know".He is not only saying for TRP but the fact is actually THE NATION IS ANGRY and DEFINITELY NATION WOULD WANT TO KNOW that what you have for us in election.

I hope these political parties will learn the lesson from this election and next time they will try to do clean politics.

Hope for the best and lets see who will win this election 

Tuesday, December 3, 2013

डिप्रेशन का शिकार हुआ मोटिवेशनल स्पीकर


अभी सचिन रिटायर हुए और उनसे प्रेरित होक काफी दबंग बच्चो ने क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया। कुछ लोगो का मानना है कि देश में नौकरिया न होने कि वजह से लोग अपने दिल की बात सुन रहे हैं उनका मानना है कि नौकरी तो मिलती नही कम से दिल कि इच्छाएं तो पूरी कर दे ।

परन्तु देखने में आया है कि अभी तक तो बेरोजगारी ही लोगो की जान ले रही थी पर आजकल तो उन लोगो की भी जान जा रही है जो अपने जुनून के पीछे भाग रहे हैं।

मोटीवेशन स्पीकर पर अरिंदम चौधरी का काफी असर था।
दिल्ली में भी कुछ महीने पेहले ऐसा ही कुछ वाकया देखने को मिला। जिसके तहत एक सुप्रसिद्ध मोटिवेशनल वक्ता के भाषण से प्रभावित हो, दिल्ली के सुरेस ने भी सोचा कि वो भी सबको प्रोत्साहित कर सकते हैं। वो काफी प्रोत्साहित करने वाली किताब पढ़ने लग गए, जीत सबकी हैं ऐसा बोलते हुए उन्होंने कहा कि हमेशा दिल की सुनो ,सफलता तुम्हारे कदम चूमेगी।

लोग तुम्हारी आलोचना करेंगे, पर तुम सिर्फ वो करो जो तुम्हे करना है.आस-पड़ोस के पिंकी और बिल्लू ने सुरेस से प्रेरित होके उसे अपना गुरु भी बना लिया।

कुछ दिन तो सब अच्छा चला फिर अचानक सुरेस परेशान दिखने लगा,पिंकी और बिल्लू भी बड़े हो गये वो भी अब सुरेस की बातों को नजरअंदाज़ करने लग गए। हमारे संवाददाता से बात करते हुए सुरेस अपने आंसू रोक ना पाया और बोला कि काम मिल नही रहा तो आजकल थोडा उदास हूं।

बूढी माँ और अंधी बहन का भी ख्याल नही रख पा रहा हूं…इस जीवन से ज्यादा उम्मीदे नही हैं अब मुझको।

कुछ दिन बाद जब हमारा संवाददाता दोबारा उनसे मिलने गया तो उन्होंने दरवाजा नही खोला। फिर एक दया जैसे व्यक्ति को बुलाया गया उसने जब दरवाजा तोड़ा, तो पता चला कि सुरेस डिप्रेशन में चला गया।

हमेशा सब को प्रोत्साहित करने वाला मोटिवेशनल स्पीकर सुरेस खुद डिप्रेशन में चला जायेगा ये तो खुद उनके गुरु श्री टेड़ा ने भी न सोचा था।

हमारे संवाददाता से बात करते हुए सुरेस के गुरु ने बताया कि पहले भी कुछ लोग ऐसे डिप्रेशन में गये हैं पर जब वो राउल बाबा के भाषण सुनते हैं तो सही हो जाते हैं। उनको लगता है जब लोग इसकी बातें सुन सकते हैं तो फिर मेरी क्यों नही।

परन्तु इस बार कुछ और ही होना था। कुछ दिन के भीतर ही सुरेस ने अपने आप को टेबल फैन से बांधा…राउल बाबा की स्पीच चलाई ,कुछ मोटिवेशनल किताबो को पढ़ा और बोला मैं ये सब और बर्दाश्त नही कर सकता और ये कहते हुए उसने आत्म हत्या कर ली।



Khabarbaazi में प्रकाशित मेरा लेख

Bas Karo PrabhuDeva Sir

Dear Prabhu Deva Sir,

I saw your dance first in Mukala Muqabla and that time onwards you have set a benchmark for other dancers.After few years again i saw your choreography in Lakshya and again I thought Boss,Respect for this guy and his choreography!

Everything was going fine but suddenly one day i saw a movie trailer of Wanted where Mr.Dabang Khan kicks and people starts flying in air.Everything which physics cant explain,you started using in your film.

These action scenes are fine in south Indian movies but why you want science student from north india who knows about physics and want to see good movies,to see these stupid action scenes.

Did you see the consequence after Wanted?
Every second director in Bollywood is using tried and tested formula.
Have you seen Body Guard,Dabanng,Dabangg 2 and Rowdy Rathore.well nothing new in all of them except their title baki sab just like Wanted.
I can go on and on,All i have to do is to spend some time on internet and find all stupid movies from past 3 years.

Now,you are coming up with R...Rajkumar.
Now you have started playing with titles also.Earlier we had some good titles or at least we could say that there are titles like DDLJ,KKHH,K3H,KHNH,Hum Aapke Hain kaun,Maine pyar kia etc but now.

R dot dot dot Rajkumar..matlab kuch bhi..

Sir waise hi we are not getting oscors upar se aise movies..raham karo sir .

Koi toh good cinemaa banaooooo...Pleaseee

Warm Regards
Appurv Gupta